जंतर मंतर/ Jantar Mantar and Gurudwara Baba Baghel Singh: Embracing Sikh Heritage and Historical Marvels
करोड़ीसिंघिया मिस्ल (दाल खालसा) के एक महान सिख जनरल बाबा बाघेल सिंह ( ਬਾਬਾ ਬਘੇਲ ਸਿੰਘ ) की कहानी फरवरी 1764 में , भाई बाघेल सिंह जी की कमान के तहत 30 , 000 सिखों के एक दल ने यमुना नदी पार की और सहारनपुर पर कब्जा कर लिया और नजीब-उद-दौला (रूहिला प्रमुख) के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और उन्हें 11 लाख रुपये की श्रद्धांजलि दी। गुरुद्वारा बाबा बाघेल सिंह : एक आध्यात्मिक स्वर्ग जंतर मंतर के पास स्थित गुरुद्वारा बाबा बाघेल सिंह , एक पवित्र सिख मंदिर है , जो एक प्रमुख सिख सैन्य कमांडर बाबा बाघेल सिंह को समर्पित है। यह सिखों के लिए अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व रखता है और सिख इतिहास में बहादुरी और बलिदान के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। बाबा बाघेल सिंह ने प्रतिष्ठित गुरुद्वारा बंगला साहिब सहित कई ऐतिहासिक सिख तीर्थस्थलों को पुनर्स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुरुद्वारा बाबा बाघेल सिंह उनके समर्पण और वीरता को श्रद्धांजलि देता है। हर दिन , अनगिनत भक्त सांत्वना पाने , प्रार्थनाओं में शामिल होने